आज फ़्रांस में हमारा आखिरी दिन था। सुबह की चाय के साथ गपशप और फिर घूमने जाने की तैयारी व नाश्ता। समय से तैयार होकर बस लेने पहुंचे। हमने Hop-On-Hop off का तीन दिन का टूर लिया था उसी में हमारा पेरिस की मुख्य नदी Seine का cruise ट्रिप भी सम्मिलित था जिसका समय 11.30 बजे था। अभी समय था अतः हम पहले ARC DE TRIOMOH देखने गए। यह शहर के बीचोंबीच स्थित है। 1806 में नेपोलियन ने दोनों विश्व युद्धों व फ्रांसीसी क्रांति में शहीद होने वाले सिपाहियों की याद में बनवाया था। जनरल और विभिन्न योद्धाओं के नाम लिखे हैं और अनजान सिपाही की कब्र है। Champ Elysees Shopping area में उतरे थे। वहीं से अनेक रास्ते सड़क के नीचे से यहाँ पहुंचाते हैं। दिल्ली के इंडिया गेट की तरह का ही स्मारक है। बाहर का ढांचा भी वैसा ही। कुछ समय बिताने के बाद अपने अगले पड़ाव की ओर प्रस्थान किया।
हमारी मंजिल दो स्टॉप के बाद ही थी अतः दस मिनट में ही पहुँच गए। Eiffel Tower के पास नदी के बाएं किनारे या ‘RIVE GAUCHE’ (दायाँ किनारा या RIVE DROITE) पर बस ने हमें उतार दिया। Seine नदी अपनी विशेष नावों ‘Bateaux mouches’ के लिए बहुत प्रसिद्ध है जो बहुत रोमांटिक हैं। वर्षों पहले देखी बॉलीवुड की फिल‘एन ईवनिंग इन पेरिस’ की याद आ रही थी जिसमें शम्मी कपूर शर्मिला टैगोर के लिए पेरिस में एक गाना गाता है जिसे क्रूज में भी फिल्माया गया है। अनेक प्रकार के क्रूज इस नदी में चलते हैं 10 यूरो से 200 यूरो (1.5 घंटे से 2.5 घंटे के लिए) तक की कीमत के। गहराती शाम के साथ किराया बढ़ता चला जाता है। हमारी टिकट दो घंटे के लिए थी। लाइन में लगे। आज गर्मी थी धूप तेज थी बार-बार प्यास लग रही थी। क्रूज में बैठने पर शीतलता महसूस हुई ऊपर डेक पर भी जा सकते थे। गाइड रास्ते में आने वाले दर्शनीय स्थानों के विषय में बताता चल रहा था। Seine नदी का नाम इसके स्त्रोत स्थान source – seine गाँव के नाम पर पडा है। दिल्ली की लाइफ लाइन यमुना की तरह यह भी प्रदूषित है पर उससे कुछ प्रतिशत कम। रास्ते में कई अन्य क्रूज भी मिले और विशेष नावें भी। एक बार ऊपर डेक पर जाकर दोनों तरफ बसे पेरिस को निहारा फोटो खींची और अपनी सीट पर लौट आए। एक लंबे चक्कर के बाद वापसी थी। आकाश में बादल घिर आए थे। लंच का समय हो गया था वहीं एक restaurant जो क्रूज की तरह ही बना हुआ था लंच किया। बच्चों का सीफूड और चिकन व मेरा सूप गार्लिक ब्रेड और ताजा सलाद। आराम से स्वादिष्ट भोजन का सबने स्वाद उठाया।
तीन बज रहे थे थकान लग रही थी अतः बाहर निकल कर टैक्सी लेकर वापस आ गए। कुछ देर विश्राम किया और फिर सामान पैक करना शुरू किया क्योंकि अगली सुबह-सुबह वापसी की फ्लाइट थी। अपपार्टमेंट में इधर-उधर सबका सामान बिखरा पड़ा था। सब ठीक कर फिर घूमने चले। पार्क के पास कुछ छोटी-मोटी शॉपिंग की। पेरिस शॉपिंग की दृष्टि से बहुत महंगा शहर है। इसलिए इस बार के घूमने में केवल घूमना था कोई शॉपिंग लिस्ट नहीं थी। प्रोग्राम था डिनर कर फिर बड़े पार्क के पास से Eiffle Tower को देख लौट आएंगे। जिस इटालियन restaurant को हम खोजते खोजते जब उसके बाहर पहुंचे तो पाया कि वह बंद है। विश्व के अधिकांश हिस्सों में यह छुट्टियों का समय है। अतः अधिकांश लोग अपना काम काज बंद कर परिवार के साथ घूमने चले जाते हैं। आगे चले अगले रेस्टोरेंट में बैठे मेन्यू में कोई शाकाहारी डिश नहीं थी फिर वहाँ से आगे चले। शुक्रवार की शाम सभी कैफे भरे हुए थे आखिर एक अच्छा चाइनीज रेस्टोरेंट मिला। आज यही खाना खाना लिखा था पर एकदम authentic नहीं कुछ कुछ देसी अतः बहुत स्वाद से सबने खाया। अब लौट चले दस बज रहे थे वीकएण्ड होने के कारण काफी रौनक थी। जगमगाते tower को फिर एकबार देखा कुछ फोटो खींची और आवास पर लौट आए।