कल netsurfing करते हुए America में Corona के प्रभाव पर एक लेख पढ़ रही थी जिसमें किसी ने Newyork की वर्तमान अवस्था के लिए कहा-
‘Not completely dead,it just has this kind of ghost city tumbleweed quality ‘
क्या से क्या हो गया ।पिछले वर्षों में अनेक बार अमेरिका की यात्राएँ की हैं । Newyork शहर का अधिकांश हिस्सा मेंने घूमा है ।वह शहर जो संपूर्ण विश्व से पर्यटकों को आकर्षित करता है।Times Square वह जीवन्त हिस्सा जो 24 घंटे सोता नहीं neon lights, electronic billboards, branded stores ,music -dance भीड़ से भरपूर स्थान ।आज सड़कें जनविहीन हैं प्रकाश तो है पर सन्नाटा छाया है ।सुनसान दुकाने, स्टोर बंद उजड़ा चमन ।corona का America में सबसे अधिक
प्रभाव newyork शहर पर हुआ है ।शक्तिशाली समृद्ध देश आधुनिक चिकित्सा प्रणाली के होते हुए भी अपने नागरिकों की इस महामारी से पूर्ण सुरक्षा करने में असमर्थ हो रहा है ।
कॉलेज में पढ़ाते हुए वर्षों मेंने हिन्दी Hons तृतीय वर्ष को छायावादी कवि सुमित्रानन्दन पंत की ‘परिवर्तन ‘ कविता पढ़ाई पर यह कभी नहीं सोचा था कि उसमें वर्णित सत्य इस प्रकार से घटित होगा । उस असीम के सम्मुख मानव नगण्य है –
अहै निष्ठुर परिवर्तन
तुम्हारा ही ताडंव नर्तन
विश्व का करुण विवर्तन
तुम्हारा ही नयनोन्मीलन
निखिल उत्थान-पतन
……
करते हो विश्व को उत्पीडन
स्पष्ट है उस असीम का हल्का सा प्रकोप भी हमें जीवन के कटु सत्य से परिचित करा देता
है ।विश्व शान्ति के लिए उसे नमन 🙏