गुप्तजी की यशोधरा मॅ राहुल कहता है–
“मां कह एक कहानी
बेटा समझ् लिया क्या तूने मुझको अपनी नानी
कहती है मुझसे यह चेटी
तू मेरी नानी की बेटी”
तो बचपन का मतलब था गर्मी की छुट्टीयॉ मॅ नानी के घर जाना ,मजा करना और रात को नानी से कहानी सुनना ।जिस दिन से new jersy आई हूं रोज रात को मेरी सात वर्षीय नातिन सान्वी मेरे पास आकर कहती है नानी आज आपको कौन सी कहानी पढ कर सुनाऊं ।समय बदल गया है ।उसकी पढी कहानी मेरे लिए लोरी का काम करती है और मैं बिना दवा के गहरी नींद मॅ सो जाती हूं ।
तो आज नानी की कहानी की बजाए नातिन की कहानी अधिक रोचक है।
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Dr. Kiran Nanda
Dr. Kiran Nanda did her graduation and post-graduation from Delhi university. She did her Ph.d. on 'sant kavya mai vidroh ka swar' from Delhi university. She has authored a number of books and published many travelogues.
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